हेलो दोस्तो आज हम आपको कीटो डाइट टैबलेट क्या है, कीटो डाइट टैबलेट की विशेषता और साइड इफ़ेक्ट क्या है और कीटो डाइट के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
यदि आप कीटो डाइट को नियमित रूप से फॉलो करना शुरू कर देते हो और कुछ दिनों के बाद भी इससे आपको किसी भी प्रकार का फायदा नही होता है, तो आप इन कीटो डाइट टैबलट का उपयोग कर सकते हो।
कीटो डाइट टैबलेट क्या है?
कीटो डाइट टैबलेट का उपयोग शरीर में हुए फंगल और खमीर संक्रमण रोगों से बचने के लिए किया जाता है। वर्तमान में समय में कीटो डाइट टैबलेट केवल 200 एमजी की मात्रा में आती है और इसका ही सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट एजोल एंटीफंगल के समूह से सम्बंधित है। कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट फफूंद कोशिकाओं को बाहर से घेरने वाली झिल्लियों के उत्पादन को बढ़ने से रोकती है और साथ ही विभिन्न प्रकार के कवको को भी बढ़ने से रोकती है। कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट मौखिक रूप से लिया जा सकता है।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट की खुराक लेने की अवधि आपके चिकित्सक द्वारा आपकी आयु, वजन, आपके मेडिकल इतिहास और वर्तमान स्थिति आदि सभी के आधार पर तय की जाती है।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट को आमतौर पर दिन में एक ही बार लिया जाता है। फिर इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर से सम्पर्क करें।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का उपयोग कब करना चाहिए?
- ब्लास्टोमायकोसिस – यदि आपको ह्रदय से सम्बंधित किसी भी प्रकार की बीमारी है या आप ह्रदय से सम्बंधित किसी प्रकार की देवा लेते हो तो कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट कभी भी नही लेनी चाहिए।
- क्रोमोमायकोसिस – क्रोमोमाइकोसिस एक फंगल संक्रमण बीमारी है, इस बीमारी से बचने के लिए कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का उपयोग किया जाता है। ये बीमारी आपके त्वचा को बहुत ज्यादा प्रभावित करती हैं।
- कोक्सीडिओडोमाइकोसिस – कोक्सीडायोइड के कारण एक फंगल संक्रमण होता है जिसे कोक्सीडिओडोमाइकोसिस कहा जाता है ये हमारे शरीर के फेफड़ों और अन्य भागों को प्रभावित करता है। कोक्सीडिओडोमाइकोसिस की बीमारी से बचने के लिए कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का उपयोग किया जाता है।
- हिस्टोप्लासमोसिस – कैप्सुलटम के कारण एक फंगल संक्रमण होता है जिसे हिस्टोप्लासमोसिस कहा जाता है। यह हमारे फेफड़ों और शरीर के अन्य भागों को प्रभावित करता है। इस बीमारी से बचने के लिए कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का उपयोग किया जाता है।
- पाराकॉक्सिडिओडोमायकोसिस – ब्रासिलिनेसिस के कारण एक फंगल संक्रमण होता है जिसे पाराकॉक्सिडिओडोमायकोसिस कहा जाता है। यह हमारे शरीर के फेफड़ों को बहुत ज्यादा प्रभावित करता है इससे बचने के लिए ही कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का उपयोग किया जाता है।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट की मुख्य विशेषताएं क्या है?
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट की ये सब प्रमुख विशेषताए है, जिनके कारण इसका उपयोग किया जाता है।
- कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का प्रभाव लगभग 8 घण्टों तक रहता है।
- कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट लेने के लगभग 1 से 2 घंटे बाद ही इसका पूरा असर दिखने लग जाता है।
- कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का गर्भावस्था के समय उपयोग नही करना चाहिए। इसके अलावा गर्भावस्था के समय इस दवा का उपयोग करने से पहले एक बार अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर बात कर ले।
- कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट के लेने से आपको किसी भी प्रकार की आदत नही पड़ती है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट का उपयोग नही करना चाहिए। इसके अलावा स्तनपान के समय इस दवा का उपयोग करने से पहले एक बार अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर बात कर ले।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
यदि आप कीटो डाइट केटो 200 एमजी की टैबलेट लेते हो तो इससे आपको ये सब समस्या अर्थात इसके साइड इफेक्ट्स होने लगेंगे।
- इससे आपकी देखने की क्षमता कम होने लगती है और दृष्टि धुंधली होने लग जाती है।
- इससे आपके सीने में दर्द होना भी शुरू हो सकता है।
- आपके ह्रदय की धड़कन की दर में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
- आपकी त्वचा का रंग पीला होने लग जायेगा।
- आपके शरीर के जोड़ो में दर्द होना शुरू हो जाएगा।
- स्किन रैश की भी समस्या होनी शुरू हो सकती है।
कीटो डाइट 200 एमजी टैबलेट के विपरित संकेत क्या हो सकते है?
यदि आपको कीटो डाइट 200 एमजी की टैबलेट से ये सब समस्या उत्पन्न होती है तो इस टैबलेट को कभी भी ने ले, ये आपके लिए बहुत ज्यादा हानिकारक हो सकती है।
- एलर्जी – यदि आपको इस टैबलेट के लेने से किसी भी प्रकार की एलर्जी होती है तो अभी से केटो डाइट 200 एमजी टैबलेट को लेना बंद कर दीजिए, ये आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है।
- यदि आपको ह्रदय से सम्बंधित किसी भी प्रकार की बीमारी है या आप ह्रदय से सम्बंधित किसी प्रकार की देवा लेते हो तो केटो डाइट 200 एमजी टैबलेट लेना बंद कर दे ये आपके लिए बहुत हानिकारक हो सकती है।